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Tuesday, July 1, 2025

यूपी में नए पेंशनरों की संख्या बढ़ने के बजाय घटी, 65 वर्ष तक के आयुवर्ग की मृत्युदर में बढ़ोतरी को माना जा रहा वजह, कुल पेंशनरों की संख्या में भी 21 हजार की गिरावट

यूपी में नए पेंशनरों की संख्या बढ़ने के बजाय घटी, 65 वर्ष तक के आयुवर्ग की मृत्युदर में बढ़ोतरी को माना जा रहा वजह, कुल पेंशनरों की संख्या में भी 21 हजार की गिरावट


लखनऊ। प्रदेश में 65 वर्ष तक के नए पेंशनरों की संख्या में तेजी से कमी आई है। दो वर्ष में उनकी संख्या करीब 19 हजार घटी है। पहले इस आयुवर्ग के पेंशनरों की संख्या बढ़ रही थी, लेकिन पहली बार इनकी संख्या कम हुई है। इसकी वजह रिटायरमेंट के बाद उनकी मृत्यु दर में वृद्धि को माना जा रहा है।


वहीं, 100 वर्ष के पेंशनरों की संख्या महज 715 रह गई है। कुल पेंशनरों की बात करें तो उनकी संख्या करीब 21 हजार कम हो गई है। प्रदेश में दो वर्षों में पेंशनरों की संख्या में खासी कमी आई है। पहले कुल पेंशनरों की संख्या में इजाफा हुआ, लेकिन अब तेजी से गिरावट आई है। वर्ष 2019 में 11.82 लाख पेंशनर थे, जिनकी संख्या वर्ष 2023 में बढ़कर 12.18 लाख हो गई। लेकिन, वर्ष 2025 में ये आंकड़ा 11.97 लाख ही रह गया। यानी पिछले दो वर्षों में करीब 21 हजार पेंशनर कम हो गए हैं।

चिंताजनक तथ्य 65 वर्ष तक के पेंशनरों की संख्या में गिरावट है। इस आयुवर्ग के पेंशनरों की संख्या पहले बढ़ी, फिर अचानक कम होना शुरू हो गई। वर्ष 2019 में 1.77 लाख पेंशनर 65 वर्ष तक की आयुवर्ग के थे, जो 2023 में बढ़कर 3.24 लाख हो गए। लेकिन, वर्ष 2025 में इनकी संख्या 3.05 लाख रह गई। यानी वर्ष 2019 से 2024 के बीच इस आयु वर्ग के पेंशनरों की संख्या में दोगुना वृद्धि हुई जो इस साल घट गई।


उम्रदराज पेंशनर भी घटे
सबसे ज्यादा कमी 100 वर्ष की उम्र के पेंशनरों में आई है। पिछले छह वर्ष में इनकी संख्या 3061 से घटकर महज 715 रह गई है। दो वर्ष में ही इस आयुवर्ग के 41 पेंशनर घट गए। इसी तरह 90 से 100 साल की उम्र वाले पेंशनरों की संख्या भी घटकर आधी रह गई है। वर्ष 2019 में करीब 32 हजार पेंशनर इस आयु वर्ग के थे, जो अब लगभग 16 हजार बचे हैं। हालांकि, 75 से 90 वर्ष तक के पेंशनरों की संख्या में मामूली इजाफा हुआ है।


दो साल में इस तरह घटे-बड़े पेंशनर

75 से 80 वर्ष वाले 2 लाख पेंशनर थे जो 2.17 लाख हो गए
80 से 85 वर्ष वाले 95500 पेंशनर थे, जो 98,955 हो गए
85 से 90 वर्ष वाले 38 हजार पेंशनर थे, जो 40550 हो गए
90 से 95 वर्ष वाले 13 हजार पेंशनर थे, जो 12681 रह गए
95 से 100 वर्ष वाले 3700 पेंशनर थे, जो 3237 रह गए
100 वर्ष या अधिक वाले 756 पेंशनर थे, जो 715 रह गए
(संख्या पूर्णांक में)

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