अब गांवों में ही बनेंगे आधार, चरणबद्ध तरीके से खुलेंगे केंद्र
लखनऊ। ग्रामीण जनता को अब आधार कार्ड बनवाने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। सरकार अब गांवों में ही उन्हें आधार बनवाने की सुविधा मुहैया कराएगी। इसके लिए ग्राम सचिवालयों में आधार केंद्र खोले जाएंगे। इस फैसले से ग्रामीणों को आधार बनवाने व कमियां सुधरवाने के लिए भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने पंचायतीराज निदेशालय को इसके लिए रजिस्ट्रार व एनरोलमेंट एजेंसी के रूप में अधिकृत किया गया है। 11 अगस्त से प्राधिकरण पंचायत सहायकों का प्रशिक्षण शुरू करेगा। इसके बाद ग्राम सचिवालयों में आधार कार्ड केंद्र स्थापित किए जाएंगे। पंचायतीराज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने बताया कि प्रदेश की सभी 57695 ग्राम पंचायतों में चरणबद्ध तरीके ये केंद्र खोले जाएंगे। आधार केंद्रों का संचालन ग्राम पंचायत सहायक करेंगे।
लखनऊ : ग्रामीणों के लिए अच्छी खबर है। जल्द ही उन्हें गांव के पंचायत सचिवालय में आधार कार्ड बनवाने और उसमें संशोधन कराने की सुविधा मिलने लगेगी। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने पंचायती राज विभाग को पंचायत सचिवालयों में आधार सेवा शुरू करने की अनुमति दे दी है। यह सेवा चरणबद्ध तरीके से शुरू करने की तैयारी की गई है।
ग्राम पंचायत सचिवालयों में आधार सेवा शुरू हो जाने पर ग्रामीणों को आधार बनवाने तथा संशोधन कराने के लिए बेवजह शहरों की तरफ नहीं भागना पड़ेगा। जन सेवा केंद्रों की तलाश भी नहीं करनी पड़ेगी। वे ग्राम पंचायत सचिवालय में जाकर आधार से संबंधित सेवाएं निर्धारित शुल्क देकर प्राप्त कर सकेंगे।