Searching...
Saturday, November 21, 2015

सेना की तर्ज पर सामान्य कर्मचारियों को भी अब वन रैंक वन पेंशन देने की सिफारिश

OROP से आएंगे सबके अच्छे दिन!' वाले

सातवें वेतन आयोग ने सेना की तर्ज पर सामान्य कर्मचारियों को भी अब वन रैंक वन पेंशन देने की सिफारिश की है। हालांकि रिपोर्ट में वन रैंक वन पेंशन शब्द का जिक्र नहीं है लेकिन आयोग ने जिस सिस्टम की बात की है उससे अगले साल के बाद रिटायर होने वाले सभी कर्मचारियों को इसी तर्ज पर पेंशन मिलेगी। मालूम हो कि हाल में सेनाओं ने वन रैंक वन पेंशन लेने के लिए एक बड़ा आं़़़दोलन किया था जिसके बाद सरकार को उनकी मांग मानने के लिए मजबूर होना पड़ा था। सातवां वेतन आयोग ने पेंशन सिस्टम की समीक्षा का सुझाव देते हुए कहा है कि इसका लाभ पैरामिलिट्री वालों को भी मिलना चाहिए।

वन रैंक वन पेंशन का मतलब : अभी सभी कर्मचारियों को रिटायरमेंट के समय मिल रहे पे-स्केल के अनुरूप पेंशन मिलती है, लेकिन आयोग की सिफारिशें मानने पर ऐसा नहीं होगा। सरकार ऐसी व्यवस्था करेगी जिससे किसी पद विशेष पर रिटायर होने वाले अधिकारी या कर्मचारी को समान पेंशन मिकेगी, चाहे उसके रिटायर होने का वर्ष कोई भी हो। मसलन, 2015 में सचिव पद से रिटायर होने वाले अधिकारी को 2020 में उतनी ही पेंशन मिल रही होगी जितनी 2020 में इसी पद से रिटायर हुए अधिकारी को। पेंशन में समानता बनाए रखने के लिए ही इसमें सालाना 3 फीसदी ग्रोथ की सिफारिश की गई है।

कर्मचारी संगठनों में निराशा :
हालांकि कर्मचारी संगठन सातवें वेतन आयोग की अनुशंसा से प्रभावित नहीं हैं। अधिकतर संगठनों का कहना है कि अनुशंसा में आंकड़ेबाजी अधिक है। भारतीय मजदूर संघ ने सातवें वेतन आयोग का यह कहते हुए विरोध किया कि इससे आय सिर्फ 16 प्रतिशत बढ़ेगी जबकि आयोग ने प्रस्तावित वृद्धि 23.55 प्रतिशत दर्शाया है। बीएमएस के महासचिव वीरेश उपाध्याय ने कहा अधिकतम और न्यूनतम वेतन में भारी अंतर है। वहीं आल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) ने सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों का यह कहते हुए विरोध किया है कि मुद्रास्फीति के हिसाब से पिछले तीन दशक में केंद्रीय कर्मियों के वेतन में यह सबसे कम वृद्धि की गई है। वहीं रामकिशन, सेक्रेटरी जनरल ऑल इंडिया हेल्थ वर्कर असोसिएशन ने कहा कि उनकी एक भी मांग नही मानी गई है। उन्होंने कहा कि हर बार पे कमीशन उनकी अनदेखी कर रहा है। उन्होंने कहा कि सातवें वेतन आयोग में अस्तपाल में कर्मचारियों को जो भत्ता मिलता है उसे समाप्त करने की सिफारिश की गई है। छठे वेतन आयोग ने भी यही सिफारिश की थी, हालांकि उसे वापस ले लिया था। उन्होंने कहा कि एक तरफ 20-22 फीसद वृद्धि की बात कही जा रही है लेकिन असल में ऐसा नहीं है। सब आंकड़ों का खेल है। वे बताते हैं कि अभी 10 हजार बेसिक है तो डीए मिलाकर 22 हजार रुपये प्रति माह वेतन ही मिल रहा है। 

पूर्व कैबिनेट सेक्रेटरी बोले, बोल्ड सिफारिश नहीं : पूर्व कैबिनेट सेक्रेटरी टीएसआर सुब्रमण्यन भी सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों से प्रभावित नहीं हैं। उन्होंने एनबीटी से कहा कि इस रिपोर्ट में कर्मचारियों की कार्य क्षमता कैसे बढ़े, इस पर कोई मेहनत नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि बदले समय में गवर्नेंस को चुस्त दुरुस्त करने की जरूरत है लेकिन वेतन आयोग ने अपना पूरा ध्यान आंकड़ों को घटाने-बढ़ाने में ही किया है।

संबन्धित खबरों के लिए क्लिक करें

GO-शासनादेश NEWS अनिवार्य सेवानिवृत्ति अनुकम्पा नियुक्ति अल्‍पसंख्‍यक कल्‍याण अवकाश आधार कार्ड आयकर आरक्षण आवास उच्च न्यायालय उच्‍च शिक्षा उच्चतम न्यायालय उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड उपभोक्‍ता संरक्षण एरियर एसीपी ऑनलाइन कर कर्मचारी भविष्य निधि EPF कामधेनु कारागार प्रशासन एवं सुधार कार्मिक कार्यवाही कृषि कैरियर कोर्टशाला कोषागार खाद्य एवं औषधि प्रशासन खाद्य एवम् रसद खेल गृह गोपनीय प्रविष्टि ग्रामीण अभियन्‍त्रण ग्राम्य विकास ग्रेच्युटी चतुर्थ श्रेणी चयन चिकित्सा चिकित्‍सा एवं स्वास्थ्य चिकित्सा प्रतिपूर्ति छात्रवृत्ति जनवरी जनसुनवाई जनसूचना जनहित गारण्टी अधिनियम धर्मार्थ कार्य नकदीकरण नगर विकास निबन्‍धन नियमावली नियुक्ति नियोजन निर्वाचन निविदा नीति न्याय न्यायालय पंचायत चुनाव 2015 पंचायती राज पदोन्नति परती भूमि विकास परिवहन पर्यावरण पशुधन पिछड़ा वर्ग कल्‍याण पीएफ पुरस्कार पुलिस पेंशन प्रतिकूल प्रविष्टि प्रशासनिक सुधार प्रसूति प्राथमिक भर्ती 2012 प्रेरक प्रोबेशन बजट बर्खास्तगी बाट माप बेसिक शिक्षा बैकलाग बोनस भविष्य निधि भारत सरकार भाषा मत्‍स्‍य मंहगाई भत्ता महिला एवं बाल विकास माध्यमिक शिक्षा मानदेय मानवाधिकार मान्यता मुख्‍यमंत्री कार्यालय युवा कल्याण राजस्व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद राज्य सम्पत्ति राष्ट्रीय एकीकरण रोक रोजगार लघु सिंचाई लोक निर्माण लोक सेवा आयोग वरिष्ठता विकलांग कल्याण वित्त विद्युत विविध विशेष भत्ता वेतन व्‍यवसायिक शिक्षा शिक्षा शिक्षा मित्र श्रम सचिवालय प्रशासन सत्यापन सत्र लाभ सत्रलाभ समन्वय समाज कल्याण समाजवादी पेंशन समारोह सर्किल दर संवर्ग संविदा संस्‍थागत वित्‍त सहकारिता सातवां वेतन आयोग सामान्य प्रशासन सार्वजनिक उद्यम सार्वजनिक वितरण प्रणाली सिंचाई सिंचाई एवं जल संसाधन सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम सूचना सेवा निवृत्ति परिलाभ सेवा संघ सेवानिवृत्ति सेवायोजन सैनिक कल्‍याण स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन स्थानांतरण होमगाडर्स