Searching...
Monday, January 11, 2021

आयकर विभाग से मिले नोटिस 143(1) को नजरअंदाज न करें, तीन वजहों से आता है नोटिस

आयकर विभाग से मिले नोटिस 143(1) को नजरअंदाज न करें, तीन वजहों से आता है नोटिस


अगर आपने 2019-20 के लिए आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल कर दिया है और रिटर्न प्रॉसेस हो गया है तो आपको आयकर विभाग की ओर से धारा 143(1) के तहत एक नोटिस जरूर मिला होगा या मिलेगा। इस तरह के नोटिस से करदाताओं को घबराना नहीं चाहिए। यह अमूमन हर करदाता के पास आता है, जो यह बताता है कि आयकर विभाग ने रिटर्न प्रॉसेस कर दिया है।


रिटर्न भरने में गलतियां होने या कर देनदारी बनने पर आता है नोटिस
अगर यह नोटिस नहीं आता है तो आप मान सकते हैं कि आपका रिटर्न प्रोसेस नहीं किया गया है। कर विशेषज्ञों का कहना है कि विभाग की ओर धारा 143(1) के तहत मिले नोटिस को नजरअंदाज न करें और तय समय में इसका जवाब जरूर दें।


30 दिनों के भीतर जरूर करें कर देनदारी का भुगतान
रिटर्न की गलतियों को दुरुस्त कर लें और कर देनदारी के मामले में नोटिस मिलने की तारीख से 30 दिनों के भीतर भुगतान कर दें।

क्या है इसका मतलब
करदाता की ओर से आयकर रिटर्न दाखिल करने के बाद इसका सत्यापन होता है। आप यह खबर शासनादेश डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं।  इसके बाद आयकर विभाग इसकी जांच करता है। टैक्स की भाषा में धारा 143(1) के तहत मिले नोटिस को लेटर ऑफ इंटीमेशन कहते हैं, जो बताता है कि आपकी ओर से भरे गए रिटर्न में क्या गलतियां हैं या आप पर कितनी कर देनदारी बन रही है।

■ तीन वजहों से आता है नोटिस
● रिटर्न दाखिल करते समय आपने जो टैक्स भरा है, देनदारी उससे ज्यादा बन रही हो।
● रिटर्न के दौरान जो टैक्स भरा है, उससे कम देनदारी बन रही हो या फिर आपने रिटर्न सही भरा है।
● यह नोटिस अमूनन हर करदाता के पास आता है। इसके नहीं आने पर मान सकते हैं कि आपका रिटर्न प्रॉसेस नहीं किया गया है। 


■ ये भी समझें
143(1ए) : अगर करदाता को इस धारा के तहत नोटिस मिलता है तो फॉर्म-16 या 80सी के तहत कटौती या फॉर्म-26 एएस में भरे आय में कोई विसंगति हो सकती है।


ऐसे दें जवाब : नोटिस मिलने के 30 दिनों के भीतर जवाब देना होगा। आयकर विभाग की वेबसाइट पर लॉग-इन कर ई-प्रोसेसिंग सेक्शन के तहत विसंगति के बारे में विस्तार से बताएं और इससे जुड़े दस्तावेज अपलोड करें। 

143(2) : यह 143(1) के तहत पहले के नोटिस का पालन करने और आकलन अधिकारी की प्रतिक्रिया से जुड़ा है। आपको यह नोटिस मिलने का मतलब है कि आप वापस विस्तृत जांच के दायरे में होंगे।

ऐसे दें जवाब:करदाता को तय तिथि पर अधिकारी के समक्ष सुनवाई के लिए व्यक्तिगत या प्रतिनिधि के माध्यम से मौजूद होना पड़ सकता है। 

देनदारी जरूर चुकाएं वरना लगेगा जुर्माना
अगर आयकर विभाग की ओर से धारा 143(1) के तहत नोटिस मिलता है तो उसका जवाब जरूर दें। अगर आप पर कोई कर देनदारी बनती हो तो चुकाएं। ऐसा नहीं करने पर अगले वित्त वर्ष के लिए रिटर्न भरने पर विभाग के पास अधिकार होता है कि वह आपके रिफंड में से देनदारी को समायोजित कर लेगा। कई बार नोटिस का जवाब नहीं देने पर जुर्माना भी वसूला जा सकता है। 

संबन्धित खबरों के लिए क्लिक करें

GO-शासनादेश NEWS अनिवार्य सेवानिवृत्ति अनुकम्पा नियुक्ति अल्‍पसंख्‍यक कल्‍याण अवकाश आधार कार्ड आयकर आरक्षण आवास उच्च न्यायालय उच्‍च शिक्षा उच्चतम न्यायालय उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड उपभोक्‍ता संरक्षण एरियर एसीपी ऑनलाइन कर कर्मचारी भविष्य निधि EPF कामधेनु कारागार प्रशासन एवं सुधार कार्मिक कार्यवाही कृषि कैरियर कोर्टशाला कोषागार खाद्य एवं औषधि प्रशासन खाद्य एवम् रसद खेल गृह गोपनीय प्रविष्टि ग्रामीण अभियन्‍त्रण ग्राम्य विकास ग्रेच्युटी चतुर्थ श्रेणी चयन चिकित्सा चिकित्‍सा एवं स्वास्थ्य चिकित्सा प्रतिपूर्ति छात्रवृत्ति जनवरी जनसुनवाई जनसूचना जनहित गारण्टी अधिनियम धर्मार्थ कार्य नकदीकरण नगर विकास निबन्‍धन नियमावली नियुक्ति नियोजन निर्वाचन निविदा नीति न्याय न्यायालय पंचायत चुनाव 2015 पंचायती राज पदोन्नति परती भूमि विकास परिवहन पर्यावरण पशुधन पिछड़ा वर्ग कल्‍याण पीएफ पुरस्कार पुलिस पेंशन प्रतिकूल प्रविष्टि प्रशासनिक सुधार प्रसूति प्राथमिक भर्ती 2012 प्रेरक प्रोबेशन बजट बर्खास्तगी बाट माप बेसिक शिक्षा बैकलाग बोनस भविष्य निधि भारत सरकार भाषा मत्‍स्‍य मंहगाई भत्ता महिला एवं बाल विकास माध्यमिक शिक्षा मानदेय मानवाधिकार मान्यता मुख्‍यमंत्री कार्यालय युवा कल्याण राजस्व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद राज्य सम्पत्ति राष्ट्रीय एकीकरण रोक रोजगार लघु सिंचाई लोक निर्माण लोक सेवा आयोग वरिष्ठता विकलांग कल्याण वित्त विद्युत विविध विशेष भत्ता वेतन व्‍यवसायिक शिक्षा शिक्षा शिक्षा मित्र श्रम सचिवालय प्रशासन सत्यापन सत्र लाभ सत्रलाभ समन्वय समाज कल्याण समाजवादी पेंशन समारोह सर्किल दर संवर्ग संविदा संस्‍थागत वित्‍त सहकारिता सातवां वेतन आयोग सामान्य प्रशासन सार्वजनिक उद्यम सार्वजनिक वितरण प्रणाली सिंचाई सिंचाई एवं जल संसाधन सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम सूचना सेवा निवृत्ति परिलाभ सेवा संघ सेवानिवृत्ति सेवायोजन सैनिक कल्‍याण स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन स्थानांतरण होमगाडर्स