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Thursday, December 28, 2017

पीपीएफ समेत लघु बचत स्कीमों में ब्याज घटा, वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार एनएससी, पीपीएफ के अलावा सुकन्या समृद्धि खाता, किसान विकास पत्र (केवीपी) पर भी ब्याज दर घटा

8:37 AM


जनवरी-मार्च तिमाही में मिलेगा 0.2 फीसद कम ब्याजघटेगी आयपीएफ यूनिवर्सल खाते

नए साल में सरकारी बचत योजनाओं से आम लोगों की ब्याज से आय घट जाएगी। सरकार ने नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) और पीपीएफ समेत लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर 0.2 फीसद घटा दी है। नई घटी दरें जनवरी से मार्च तिमाही के दौरान लागू होंगी। लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटने से बैंक भी जमा पर ब्याज में कटौती शुरू कर सकते हैं।

हालांकि पांच साल की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में निवेश का रिटर्न 8.3 फीसद पर अपरिवर्तित रखा गया है। इस योजना में ब्याज का भुगतान तीन माह बाद होता है। वित्त मंत्रलय की अधिसूचना के अनुसार एनएससी और पीपीएफ के अलावा सुकन्या समृद्धि खाता और किसान विकास पत्र (केवीपी) पर भी ब्याज दर घटाया गया है। लेकिन बचत खाते में ब्याज दर चार फीसद पहले की तरह बनी रहेगी। पिछले साल अप्रैल से सरकार लघु बचत योजनाओं पर तिमाही आधार पर ब्याज तय कर रही है।

अधिसूचना के अनुसार पीपीएफ और एनएससी पर ब्याज दर घटने के बाद 7.6 फीसद रह जाएगी जबकि केवीपी पर फीसद वार्षिक ब्याज मिलेगा। इसकी अवधि 11 माह की होगी। लड़कियों के लिए शुरू की गई स्कीम सुकन्या समृद्धि खाता में ब्याज दर 8.3 फीसद के बजाय फीसद रह जाएगी। एक से पांच साल का सावधि जमा पर ब्याज दर 6.6 से 7.4 फीसद के बीच रहेगी। इसका ब्याज भुगतान हर तीन महीने बाद किया जाता है। जबकि पांच साल की आवर्ती जमा पर 6.9 फीसद ब्याज मिलेगा।

मंत्रलय के अनुसार सरकार के नीतिगत फैसले के अनुरूप हर तिमाही आधार पर ब्याज दर का निर्धारण किया जा रहा है। सरकार ने बांड की कमाई से जोड़ने के लिए तिमाही ब्याज निर्धारण की व्यवस्था अपनाई है।गगन तलवार, करनाल: कर्मचारियों को भविष्य निधि के यूनिवर्सल खाते में जन्मतिथि जैसी त्रुटियों को दूर कराने के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। वे घर बैठे ऑनलाइन त्रुटियों को दूर कर सकेंगे। ईपीएफओ ने इसी सप्ताह से कर्मचारियों के यूनिवर्सल खाते में नाम, पिता का नाम, जेंडर व जन्मतिथि में अंतर जैसी खामियों को दूर करने के लिए नई व्यवस्था की है। इसमें विभाग के पोर्टल पर लॉग इन कर यूनिवर्सल खाते को आधार से लिंक करना होगा। इसके बाद वह जो भी त्रुटि दूर करना चाहता है, उसे दिए गए प्रफॉर्मा में भर सकेगा। सॉफ्टवेयर नई जानकारी का आधार नंबर से मिलान करेगा। जानकारी सही पाए जाने पर ही निवेदन स्वीकार होगा।अब कितना मिलेगा ब्याज (वार्षिक दर फीसद में)बैंकों में भी जमा राशियों पर ब्याज घटने का अनुमान पीपीएफ एनएससीकेवीपी सुकन्या समृद्धि

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