Searching...
Tuesday, October 15, 2019

हर मंत्री को एक कुपोषित बच्चे और एक आंगनबाड़ी केंद्र को गोद लेना होगा, सीएम योगी का फरमान

हर मंत्री को एक कुपोषित बच्चे और एक आंगनबाड़ी केंद्र को गोद लेना होगा, सीएम योगी का फरमान।
15 Oct 2019

यूपी के अब सारे मंत्रियों को एक गरीब कुपोषित बच्चे को गोद लेना होगा। उन्हें कुपोषण से मुक्त करा कर उसके सर्वांगीण विकास का दायित्व लेना होगा। यही नहीं उन्हें कम से कम एक आंगनबाड़ी केंद्र को गोद लेकर उसकी व्यवस्था पर नजर रखनी होगी।



मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि उनकी सरकार के मंत्री यह जिम्मा उठायें। उन्होंने इस संबंध में उपमुख्यमंत्री, मंत्री व राज्य मंत्रियों को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में कहा है कि मंत्री अपने प्रभार वाले जिले के एक गरीब अतिकुपोषित निराश्रित बच्चे को गोद लेकर उसे कुपोषण से मुक्त कराने की जिम्मेदारी उठाएंगे तो यह समाज के लिए अनुकरणीय होगा। प्रभारी मंत्री के तौर पर आवंटित जिले के एक आंगनबाड़ी केंद्र को गोद लेकर वहां पोषण एवं स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियों का व्यक्तिगत तौर पर अनुश्रवण करें। इससे यह केंद्र आदर्श केंद्र के तौर पर उभरेगा।



इन मौजूदा हालातों का दिया हवाला: सीएम ने पत्र में कहा कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक शून्य से पांच साल तक बच्चों में राष्ट्रीय कुपोषण दर 35.8 प्रतिशत के मुकाबले राज्य कुपोषण दर 39.5 प्रतिशत है। व शिशु मृत्यु दर (1000 बच्चों में 28 दिनों के अंदर) राष्ट्रीय औसत 41 के मुकाबले प्रदेश में 64 है। इसीलिए केंद्र सरकार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आंगनबाड़ी सेवाएं, किशोरी बालिकाओं के लिए योजना स्कीम फार एडोल्सेंट गर्ल्स एसएजी तथा पोषण अभियान को संचालित किया जा रहा है। 



इन योजनाओं के तहत लक्षित समूह गर्भवती महिलाओं , शून्य से पांच साल तक के बच्चों व किशोरी बालिकाओं को स्वास्थ्य पोषण से जोड़ने का अभियान चल रहा है। इसके साथ ही बच्चों के शारीरिक, मानसिक बौद्धिक व ईसीसीई (अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन ) सेवाएं दी जा रही हैं। प्रदेश में यह सेवाएं 188259 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से प्रदान की जा रही है।


संबन्धित खबरों के लिए क्लिक करें

GO-शासनादेश NEWS अनिवार्य सेवानिवृत्ति अनुकम्पा नियुक्ति अल्‍पसंख्‍यक कल्‍याण अवकाश आधार कार्ड आयकर आरक्षण आवास उच्च न्यायालय उच्‍च शिक्षा उच्चतम न्यायालय उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड उपभोक्‍ता संरक्षण एरियर एसीपी ऑनलाइन कर कर्मचारी भविष्य निधि EPF कामधेनु कारागार प्रशासन एवं सुधार कार्मिक कार्यवाही कृषि कैरियर कोर्टशाला कोषागार खाद्य एवं औषधि प्रशासन खाद्य एवम् रसद खेल गृह गोपनीय प्रविष्टि ग्रामीण अभियन्‍त्रण ग्राम्य विकास ग्रेच्युटी चतुर्थ श्रेणी चयन चिकित्सा चिकित्‍सा एवं स्वास्थ्य चिकित्सा प्रतिपूर्ति छात्रवृत्ति जनवरी जनसुनवाई जनसूचना जनहित गारण्टी अधिनियम धर्मार्थ कार्य नकदीकरण नगर विकास निबन्‍धन नियमावली नियुक्ति नियोजन निर्वाचन निविदा नीति न्याय न्यायालय पंचायत चुनाव 2015 पंचायती राज पदोन्नति परती भूमि विकास परिवहन पर्यावरण पशुधन पिछड़ा वर्ग कल्‍याण पीएफ पुरस्कार पुलिस पेंशन प्रतिकूल प्रविष्टि प्रशासनिक सुधार प्रसूति प्राथमिक भर्ती 2012 प्रेरक प्रोबेशन बजट बर्खास्तगी बाट माप बेसिक शिक्षा बैकलाग बोनस भविष्य निधि भारत सरकार भाषा मत्‍स्‍य मंहगाई भत्ता महिला एवं बाल विकास माध्यमिक शिक्षा मानदेय मानवाधिकार मान्यता मुख्‍यमंत्री कार्यालय युवा कल्याण राजस्व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद राज्य सम्पत्ति राष्ट्रीय एकीकरण रोक रोजगार लघु सिंचाई लोक निर्माण लोक सेवा आयोग वरिष्ठता विकलांग कल्याण वित्त विद्युत विविध विशेष भत्ता वेतन व्‍यवसायिक शिक्षा शिक्षा शिक्षा मित्र श्रम सचिवालय प्रशासन सत्यापन सत्र लाभ सत्रलाभ समन्वय समाज कल्याण समाजवादी पेंशन समारोह सर्किल दर संवर्ग संविदा संस्‍थागत वित्‍त सहकारिता सातवां वेतन आयोग सामान्य प्रशासन सार्वजनिक उद्यम सार्वजनिक वितरण प्रणाली सिंचाई सिंचाई एवं जल संसाधन सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम सूचना सेवा निवृत्ति परिलाभ सेवा संघ सेवानिवृत्ति सेवायोजन सैनिक कल्‍याण स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन स्थानांतरण होमगाडर्स