Searching...
Friday, May 26, 2017

केंद्रीय कर्मचारियों को जून में मिलेगा बढ़ा हुआ भत्ता, कैबिनेट सेक्रेटरी की अध्यक्षता में सचिवों की हाई पावर कमेटी 1 जून को लवासा पैनल की सिफारिशों पर फैसला करेगी

9:14 AM

नई दिल्ली| केंद्रीय कर्मचारियों को बढ़े हुए भत्तों का तोहफ जून में मिल सकता है। कैबिनेट सेक्रेटरी की अध्यक्षता में सचिवों की हाई पावर कमेटी की बैठक 1 जून को होने जा रही है। यह कमेटी भत्तों पर लवासा कमिटी की सिफारिशों पर विचार करेगी आैर इसे मंजूरी देगी। इसके बाद इसे कैबिनेट में पेश किया जाएगा। कैबिनेट की मंजूरी के बाद इसे लागू किया जाएगा। वित्त मंत्रालय के उच्चाधिकारियों के अनुसार, जून में सरकारी कर्मचारियों को बढ़े हुए भत्तों पर फैसला हो जाएगा आैर उनको जून से बढ़े हुए भत्ते मिलने शुरू हो सकते हैं। जहां तक एरियर की बात है तो यह फैसला कैबिनेट में लिया जाएगा कि एरियर एक साथ दें या किश्तों में। 

भत्ताें पर गठित अशोक लवासा कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को अप्रैल के अंत में सौंप दी थी। सूत्रों के अनुसार, कमेटी ने रिपोर्ट में हाउस रेंट अलाउंस (एचआरए) को 28, 18 आैर 10 फीसदी रखने की सिफारिश की है, मगर रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मौजूदा एचआर की दरें भी तर्कसंगत हैं। अगर सरकार चाहे तो इन पर गौर किया जा सकता है। इसके अलावा लवासा कमेटी ने 196 भत्तों में से 52 को पूरी तरह समाप्त करने और 36 भत्तों को अन्य बड़े भत्तों में समाहित करने के सुझाव का समर्थन किया है। एचआरए बेसिक सैलरी के आधार पर मिलता है। गौरतलब है कि 7वें वेतन आयोग ने अपनी रिपोर्ट में क्लास X शहर के लिए 24 फीसदी, क्लास Y के लिए 16 आैर क्लास Z के लिए 8 फीसदी एचआर देने की सिफारिश की थी। इसका केंद्रीय कर्मचारियों ने जोरदार विरोध किया था, तब सरकार ने लवाला कमिटी का गठन किया था। इस कमेटी को अक्टूबर 2016 में अपनी रिपोर्ट देनी थी। मगर उसने अप्रैल 2017 के अंत में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी। 

केंद्रीय कर्मचारियों की नेशनल ज्वॉइंट काउंसिल ऑफ एक्शन के संयोजक शिव गोपाल मिश्रा ने एनबीटी से बातचीत में कहा कि हमें भत्तों के मामले में 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें कतई मंजूर नहीं हैं। हमें 30, 20 आैर 10 फीसदी के हिसाब से एचआए मिल रहा था। 7वें वेतन आयोग ने इसे अचानक कम करने की सिफारिश कर दी है। अगर सरकार हमारे भत्ते बढ़ा नहीं सकती है तो कम न करे। 6वें पे कमीशन के समय से जो भत्ते हमें मिल रहे हैं, वे ही हमें मिलते रहें। 6वें पे कमीशन के तहत क्लास X शहरों में काम करने वाले केंद्रीय कर्मचारियों का एचआरए 30 फीसदी, क्लास Y शहरों में 20 फीसदी आैर क्लास Z शहरों में 10 फीसदी एचआर मिल रहा है।

"हमें भत्तों के मामले में 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें कतई मंजूर नहीं हैं। हमें 30, 20 आैर 10 फीसदी के हिसाब से एचआए मिल रहा था"
- शिव गोपाल मिश्रा, संयोजक, नेशनल ज्वॉइंट काउंसिल ऑफ एक्शन

संबन्धित खबरों के लिए क्लिक करें

GO-शासनादेश NEWS अनिवार्य सेवानिवृत्ति अनुकम्पा नियुक्ति अल्‍पसंख्‍यक कल्‍याण अवकाश आधार कार्ड आयकर आरक्षण आवास उच्च न्यायालय उच्‍च शिक्षा उच्चतम न्यायालय उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड उपभोक्‍ता संरक्षण एरियर एसीपी ऑनलाइन कर कर्मचारी भविष्य निधि EPF कामधेनु कारागार प्रशासन एवं सुधार कार्मिक कार्यवाही कृषि कैरियर कोर्टशाला कोषागार खाद्य एवं औषधि प्रशासन खाद्य एवम् रसद खेल गृह गोपनीय प्रविष्टि ग्रामीण अभियन्‍त्रण ग्राम्य विकास ग्रेच्युटी चतुर्थ श्रेणी चयन चिकित्सा चिकित्‍सा एवं स्वास्थ्य चिकित्सा प्रतिपूर्ति छात्रवृत्ति जनवरी जनसुनवाई जनसूचना जनहित गारण्टी अधिनियम धर्मार्थ कार्य नकदीकरण नगर विकास निबन्‍धन नियमावली नियुक्ति नियोजन निर्वाचन निविदा नीति न्याय न्यायालय पंचायत चुनाव 2015 पंचायती राज पदोन्नति परती भूमि विकास परिवहन पर्यावरण पशुधन पिछड़ा वर्ग कल्‍याण पीएफ पुरस्कार पुलिस पेंशन प्रतिकूल प्रविष्टि प्रशासनिक सुधार प्रसूति प्राथमिक भर्ती 2012 प्रेरक प्रोबेशन बजट बर्खास्तगी बाट माप बेसिक शिक्षा बैकलाग बोनस भविष्य निधि भारत सरकार भाषा मत्‍स्‍य मंहगाई भत्ता महिला एवं बाल विकास माध्यमिक शिक्षा मानदेय मानवाधिकार मान्यता मुख्‍यमंत्री कार्यालय युवा कल्याण राजस्व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद राज्य सम्पत्ति राष्ट्रीय एकीकरण रोक रोजगार लघु सिंचाई लोक निर्माण लोक सेवा आयोग वरिष्ठता विकलांग कल्याण वित्त विद्युत विविध विशेष भत्ता वेतन व्‍यवसायिक शिक्षा शिक्षा शिक्षा मित्र श्रम सचिवालय प्रशासन सत्यापन सत्र लाभ सत्रलाभ समन्वय समाज कल्याण समाजवादी पेंशन समारोह सर्किल दर संवर्ग संविदा संस्‍थागत वित्‍त सहकारिता सातवां वेतन आयोग सामान्य प्रशासन सार्वजनिक उद्यम सार्वजनिक वितरण प्रणाली सिंचाई सिंचाई एवं जल संसाधन सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम सूचना सेवा निवृत्ति परिलाभ सेवा संघ सेवानिवृत्ति सेवायोजन सैनिक कल्‍याण स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन स्थानांतरण होमगाडर्स